Matalbi Shayari is a type of poetry that talks about selfishness in relationships. It shows how people can care more about their own needs and forget about others. Matlabi Shayari in Hindi is popular because it expresses these feelings in simple words. Even in Matlabi Shayari in Hindi 2 lines, you can feel the pain of being let down. This poetry also touches on real-life issues, making Matlabi Shayari on life something many people can relate to. It speaks to those moments when selfishness hurts the most, connecting with readers on a deep level.
Matlabi Shayari In Hindi
आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई,
जैसी चाहिए थी वैसी तकदीर बन गई।
हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी,
गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई।
दिल की किताब में गुलाब उनका था,
रात की नींदों में ख्वाब उनका था।
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा,
मर जायेंगे तुम्हारे बिना यह जवाब उनका था।
दिल में प्यार का आगाज हुआ करता है,
बातें करने का अंदाज हुआ करता है।
जब तक दिल को ठोकर नहीं लगती,
सबको अपने प्यार पर नाज हुआ करता है।
कब तक रहोगे आखिर यूं दूर हमसे,
मिलना पड़ेगा आखिर एक दिन जरूर हमसे।
दामन बचाने वाले ये बेरुखी है कैसी?
कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे।
बहते अश्कों की ज़ुबान नहीं होती,
लफ़्ज़ों में मोहब्बत बयां नहीं होती।
मिले जो प्यार तो कदर करना,
किस्मत हर कीसी पर मेहरबां नहीं होती।
ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं कुछ और भी है,
ज़ुल्फ़-ओ-रुखसार की जन्नत नहीं कुछ और भी है।
भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में,
इश्क ही इक हकीकत नहीं कुछ और भी है।
तक़दीर के आईने में मेरी तस्वीर खो गई,
आज हमेशा के लिए मेरी रूह सो गई।
मोहब्बत करके क्या पाया मैंने,
वो कल मेरी थी आज किसी और की हो गई।
किसी के दिल में बसना कुछ बुरा तो नहीं,
किसी को दिल में बसाना कोई खता तो नहीं।
गुनाह हो यह ज़माने की नजर में तो क्या,
यह ज़माने वाले कोई खुदा तो नहीं।
Matlabi Dost Shayari
ये दिल न जाने क्या कर बैठा,
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा।
इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता,
और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा।
हर बार दिल से ये पैगाम आए,
ज़ुबाँ खोलूं तो तेरा ही नाम आए।
तुम ही क्यूँ भाए दिल को क्या मालूम,
जब नज़रों के सामने हसीन तमाम आए।
कुछ सोचूं तो तेरा ख्याल आ जाता है,
कुछ बोलूं तो तेरा नाम आ जाता है।
कब तलक बयाँ करूँ दिल की बात,
हर सांस में अब तेरा एहसास आ जाता है।
कुछ चेहरे भुलाए नहीं जाते,
कुछ नाम दिल से मिटाए नहीं जाते।
मुलाक़ात हो न हो अय मेरे यार,
प्यार के चिराग कभी बुझाए नहीं जाते।
दुख मे खुशी की वजह बनती है मोहब्बत,
दर्द मे यादों की वजह बनती है मोहब्बत।
जब कुछ भी अच्छा नहीं लगता दुनिया में,
तब जीने की वजह बनती है मोहब्बत।
दिल से तेरी निगाह जिगर तक उतर गई,
दोनों को इक अदा में रजामंद कर गई।
शक हो गया है सीना ख़ुशी लज्जते-फ़िराक,
तकलीफे-पर्दादारी-ए-ज़ख्म-जिगर गई।
किसी का क्या जो क़दमों पर जबीं-ए-बंदगी रख दी,
हमारी चीज़ थी हमने जहां जानी वहां रख दी।
जो दिल माँगा तो वो बोले ठहरो याद करने दो,
ज़रा सी चीज़ थी हमने जाने कहाँ रख दी।
हर खामोशी का मतलब इंकार नहीं होता,
हर नाकामयाबी का मतलब हार नहीं होता।
तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें न पा सके,
सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता।
जब से तूने मुझे दीवाना बना रखा है,
संग हर शख्स ने हाथों में उठा रखा है।
उसके दिल पर भी कड़ी इश्क में गुजरी होगी,
नाम जिसने भी मोहब्बत का सज़ा रखा है।
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर।
Dard Matlabi Shayari
कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
क्यों तू अच्छा लगता है, वक़्त मिला तो सोचेंगे,
तुझ में क्या क्या देखा है, वक़्त मिला तो सोचेंगे।
सारा शहर शहंशाही का दावेदार तो है लेकिन,
क्यों तू हमारा अपना है, वक़्त मिला तो सोचेंगे।
प्यार वो है जिसमे सच्चाई हो,
साथी की हर बात का एहसास हो।
उसकी हर अदा पर नाज़ हो,
दूर रह कर भी पास होने का एहसास हो।
मेरे दिल ने जब भी कभी कोई दुआ माँगी है,
हर दुआ में बस तेरी ही वफ़ा माँगी है।
जिस प्यार को देख कर जलते हैं यह दुनिया वाले,
तेरी मोहब्बत करने की बस वो एक अदा माँगी है।
ख्याल में आता है जब भी उसका चेहरा,
तो लबों पे अक्सर फरियाद आती है।
भूल जाता हूँ सारे ग़म और सितम उसके,
जब ही उसकी थोड़ी सी मोहब्बत याद आती है।
कभी दोस्ती कहेंगे कभी बेरुख़ी कहेंगे,
जो मिलेगा कोई तुझसा उसे ज़िन्दगी कहेंगे।
तेरा देखना है जादू तेरी गुफ़्तगू है खुशबू,
जो तेरी तरह चमके उसे रोशनी कहेंगे।
Reshte Matlabi Shayari
ये दिल भुलाता नहीं है मोहब्बतें उसकी,
पड़ी हुई थी मुझे कितनी आदतें उसकी।
ये मेरा सारा सफर उसकी खुशबू में कटा,
मुझे तो राह दिखाती थी चाहतें उसकी।
दिल की हसरत मेरी ज़ुबान पे आने लगी,
तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी।
ये इश्क़ के इन्तहा थी या दीवानगी मेरी,
हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी।
ऐ आशिक तू सोच तेरा क्या होगा,
क्योंकि हशर की परवाह मैं नहीं करता।
फनाह होना तो रिवायत है तेरी,
इश्क़ नाम है मेरा मैं नहीं मरता।
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा,
ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा।
ये मोहब्बत है ज़रा सोच कर करना,
एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा।
इत्तेफ़ाक़ से ही सही मगर मुलाकात हो गयी,
ढूंढ रहे थे हम जिन्हें आखिर उन से बात हो गयी।
देखते ही उन को जाने कहाँ खो गए हम,
बस यूँ समझो दोस्तों वहीं से हमारे प्यार की शुरुआत हो गयी।
तेरे बिना टूट कर बिखर जायेंगे,
तुम मिल गए तो गुलशन की तरह खिल जायेंगे।
तुम ना मिले तो जीते जी ही मर जायेंगे,
तुम्हें जो पा लिया तो मर कर भी जी जायेंगे।
जाने कहाँ थे और और चले थे कहाँ से हम,
बेकार हो गए किसी ख्वाब-ए-गिराँ से हम।
ऐ नौ-बहार-ए-नाज़ तेरी निकहतों की खैर,
दामन झटक के निकले तेरे गुलसिताँ से हम।
तुम को तो जान से प्यारा बना लिया,
दिल को सुकून आँख का तारा का बना लिया।
अब तुम साथ दो या ना दो तुम्हारी मर्ज़ी,
हम ने तो तुम्हें ज़िन्दगी का सहारा बना लिया।
लफ़्ज़ों में कैसे तारीफ करूँ,
लफ़्ज़ों में आप कैसे समा पाओगे।
जब भी पूछेंगे कभी लोग आपके बारे में,
हमारी आँखों में देख कर वो सब जान जायेंगे।
हम वो फूल हैं जो रोज़ रोज़ नहीं खिलते,
यह वो होंठ हैं जो कभी नहीं सिलते।
Matalbi Duniya Shayari In Hindi
हम से बिछड़ोगे तो एहसास होगा तुम्हें,
हम वो दोस्त हैं जो रोज़ रोज़ नहीं मिलते।
खुशबू की तरह मेरी हर साँस में,
प्यार अपना बसाने का वादा करो।
आँखे तक निचोड़ कर पी गए,
उफ़्फ तेरे गम कितने प्यासे थे।
यूँ नज़रों से आपने बात की,
दिल चुरा ले गए, मुस्कुराहट दे कर।
सो गई है शहर की सारी गलियां,
अब जागने की बारी मेरी है।
काश कोई ऐसी सुबह आये,
जो उजाला नहीं मेरी जान को लाए।
चलो पगले दिलों की अदला-बदली कर ले,
तड़प क्या होती है, समझ तो आए जरा।
धुँआ सा लग रहा है शहर में,
लग रहा है किसी का इश्क़ जल रहा है।
तुम लोग तो बस अल्फाजो को पढ़ लेते हो,
कभी सोचा कितना दर्द होगा तब ये अल्फाज़ कलम तक आए होंगे।
सबसे खतरनाक वायरस मेरी यादों का है,
जिसे तुम कभी मिटा नहीं सकते।
कुछ और पता नहीं मुझे,
पर जिसके लिए मैं रोया वो तुम पहली लड़की हो।
अपने घर की खिड़की से आसमान देखूँगा,
जिस पर तेरा नाम लिखा है, उस तारे को ढूँढूँगा।
इश्क़ फिर वो रंग लाया है,
दिल का ये रंग बनाया है।
मैं तेरे प्यार में इतना गुम होने लगा हूँ,
जहाँ भी जाऊं बस तुम्हें सामने पाने लगा हूँ।
दिल के लुट जाने का इज़हार जरूरी नहीं,
यह तमाशा सरे बाजार जरूरी नहीं।
दुःख में ख़ुशी की वजह बनती है मोहब्बत,
दर्द में यादों की वजह बनती है मोहब्बत।
फूलों की याद आती है काँटों को छूने पर,
रिश्तों की समझ आती है फासलों पे रहने पर।
तेरे हर ग़म को अपनी रूह में उतार लूँ,
ज़िंदगी अपनी तेरी चाहत में सवार लूँ।
फ़िज़ा में महकती शाम हो तुम,
प्यार में झलकता जाम हो तुम।
अब आएं या न आएं इधर पूछते चलो,
क्या चाहती है उनकी नज़र पूछते चलो।
Matlabi logo ke liye Shayari
अगर मैं हद से गुज़र जाऊं तो मुझे माफ़ करना,
तेरे दिल में उतर जाऊं तो मुझे माफ़ करना।
इश्क के रिश्ते कितने अजीब होते हैं,
दूर रहकर भी कितने करीब होते हैं।
वो खुद पर गरूर करते हैं,
तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं।
कोई ठुकरा दे तो हंस के सह लेना,
मोहब्बत की ताबित में ज़बरदस्ती नहीं होती।
ये वफ़ा तो उस वक्त की बात है ऐ फ़राज़,
जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे।
कोई अच्छा लगे तो उनसे प्यार मत करना,
उनके लिए अपनी नींदे बेकार मत करना।
कृष्ण ने राधा से पूछा: ऐसी एक जगह बताओ,
जहाँ मैं नहीं हूँ? राधा ने मुस्कुराकर कहा, बस मेरे नसीब में।
अजीब खेल है ये मोहब्बत का,
किसी को हम न मिले, कोई हमें ना मिला।
फूल खिलते रहे जिंदगी की राह में,
हंसी चमकती रहे आपकी निगाह में।
कदम-कदम पर मिले ख़ुशी की बहार आपको,
दिल देता है यही दुआ बार-बार आपको।
कभी हँसता है प्यार, कभी रुलाता है प्यार,
हर पल की याद दिलाता है यह प्यार।
खींच लेती है मुझे उसकी मोहब्बत,
वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आखिरी बार उससे।
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी,
उसमें हलकी सी लकीर मेरी भी थी।
तुम्हारे पास नहीं तो फिर किस के पास है?
वो टुटा हुआ दिल आखिर गया कहाँ।
ये डूबने वाले का ही होता है कोई फन,
आँखों में किसी के भी समंदर नहीं होता।
दिल की धड़कन और मेरी सदा है वो,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है वो।
चाहा है उसे चाहत से बड़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है वो।
तुम मुझे मौका तो दो ऐतबार बनाने का,
थक जाओगे मेरी वफाओं के साथ चलते चलते।
तमाम नींदें गिरवी हैं हमारी उसके पास,
जिससे ज़रा सी मुहब्बत की थी हमने।
बस इतना ही कहा था कि बरसों के प्यासे हैं हम,
उसने अपने होठों पे होंठ रख के हमें खामोश कर दिया।
उनके आने के इंतज़ार में हमने,
सारे रास्ते दिए जलाकर रोशन कर दिए।
बेवाफायों की इस दुनियां में संभलकर चलना मेरे दोस्तों,
यहाँ बर्बाद करने के लिए मोहब्बत का भी सहारा लेते हैं लोग।
मेरे इश्क ने सीख ली है अब वक़्त की तकसीम,
वो मुझे बहुत कम याद आता है।
बड़ी मुददत के बाद मिलने वाली थी कैद से आज़ादी,
पर किस्मत तो देखो, जब आज़ादी मिलने वाली थी।
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीं,
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नहीं।
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो,
सामने हो मेरी आँखों के, जरूरी तो नहीं। 💔 😢
खफा न होना हमसे, अगर तेरा नाम जुबां पर आ जाये,
इंकार हुआ तो सह लेंगे, और अगर दुनिया हंसी।
तो कह देंगे कि मोहब्बत कोई चीज़ नहीं,
जो खैरात में मिल जाये, चमचमाता कोई जुगनू नहीं।
Selfish Shayari
जो हर रात में मिल जाये, 😭😭
हमसे बदल गये वो निगाहें, तो क्या हुआ?
जिंदा हैं कितने लोग मोहब्बत किये बगैर। 💔 😢
ना आना लेकर उसे मेरे जनाजे में,
मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी,
मैं चार लोगों के कंधे पर हूंगा, और मेरी जान पैदल होगी।
कोई छुपाता है, कोई बताता है,
कोई रुलाता है, तो कोई हंसाता है। 😭
प्यार तो हर किसी को ही किसी न किसी से हो जाता है,
फर्क तो इतना है कि कोई अजमाता है और कोई निभाता है।
हम रूठे तो किसके भरोसे?
कौन आएगा हमें मनाने के लिए?
हो सकता है तरस आ भी जाए आपको,
पर दिल कहाँ से लाये आप से रूठ जाने के लिए? 💔 😢
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा,
ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा।
ये मोहब्बत है, ज़रा सोचकर करना,
एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा। 😢 😢
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है,
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है।
दो दिलों की मोहब्बत से जलते हैं लोग,
तरह-तरह की बातें तो करते हैं लोग।
महबूब आये या न आये,
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है।
जब चाँद और सूरज का होता है खुलकर मिलन,
तो उसे भी सूर्य ग्रहण तक कहते हैं लोग। 💔 😢
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे।
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।
उनके आने के इंतज़ार में हमने,
सारे रास्ते दिएँ से जलाकर रोशन कर दिए।
Bewafa dost shayari
उन्होंने सोचा कि मिलने का वादा तो रात का था,
वो सुबह समझ कर वापस चल दिए। 😭😭
मेरे इश्क ने सीख ली है अब वक़्त की तकसीम,
वो मुझे बहुत कम याद आता है।
सिर्फ इतना – दिल की हर एक धड़कन के साथ,
मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नहीं।
वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नहीं,
ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो।
सामने हो मेरी आँखों के, जरूरी तो नहीं। 😭😭
धोखा देती है अक्सर मासूम चेहरे की चमक,
हर काँच के टुकड़े को हीरा नहीं कहते। 💔 😢
धोखा दिया था जब तूने मुझे,
जिंदगी से मैं नाराज था,
सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं।
मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था,
कोई छुपाता है, कोई बताता है।
कोई रुलाता है, तो कोई हंसाता है,
प्यार तो हर किसी को ही किसी न किसी से हो जाता है।
फर्क तो इतना है कि कोई अजमाता है,
और कोई निभाता है। 😭😭
हम रूठे तो किसके भरोसे?
कौन आएगा हमें मनाने के लिए?
हो सकता है तरस आ भी जाए आपको,
पर दिल कहाँ से लाये आप से रूठ जाने के लिए?
रात होगी तो चाँद दुहाई देगा,
ख्वाबों में आपको वह चेहरा दिखाई देगा।
ये मोहब्बत है, ज़रा सोचकर करना,
एक आंसू भी गिरा तो सुनाई देगा। 😢 😢
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है,
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है।
महबूब आये या न आये,
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है।
दो दिलों की मोहब्बत से जलते हैं लोग,
तरह-तरह की बातें तो करते हैं लोग।
जब चाँद और सूरज का होता है खुलकर मिलन,
तो उसे भी सूर्य ग्रहण तक कहते हैं लोग।
Sad Poetry
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे।
एक जनाजा और एक बारात टकरा गए,
उन्हें देखने वाले भी चकरा गए।
ऊपर से आवाज आई – ये कैसी विदाई है,
महबूब की डोली देखने साजन की अर्थी भी आई है। 😢 😢
लोग कहते हैं, “पिये बैठा हूँ मैं,”
खुद को मदहोश किये बैठा हूँ मैं।
जान बाकी है, वो भी ले लीजिये,
दिल तो पहले ही दिये बैठा हूँ मैं।
ना जाने वो कौन तेरा हबीब होगा,
तेरे हाथों में जिसका नसीब होगा।
कोई तुम्हें चाहे, ये कोई बड़ी बात नहीं,
लेकिन तुम जिसको चाहो, वो खुश नसीब होगा। 💔 😢
आँखों में आंसुओं की लकीर बन गई,
जैसी चाहिए थी, वैसी तकदीर बन गई।
हमने तो सिर्फ रेत में उंगलियाँ घुमाई थी,
गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गई।
जो दिल से करीब हो, उसे रुसवा नहीं कहते,
यूँ अपनी मोहब्बत का तमाशा नहीं करते।
खामोश रहेंगे तो घुटन और बढ़ेगी,
इसलिए अपनों से कोई बात छुपाया नहीं करते।
वफ़ा का लाज हम वफ़ा से निभाएंगे,
चाहत के दीप हम आँखों से जलाएंगे।
2 Line Shayari Matlabi
कभी जो गुजरना हो तुम्हें दूसरे रास्तों से,
हम फूल बनकर तेरी राहों में बिखर जाएंगे。 😭😭
सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं,
दूर वो मुझसे हैं पर मैं खफा नहीं।
मालूम है अब भी वो प्यार करते हैं मुझसे,
वो थोड़ा सा जिद्दी हैं, मगर बेवफा नहीं। 😢 😢
धोखा दिया था जब तूने मुझे,
जिंदगी से मैं नाराज था।
सोचा कि दिल से तुझे निकाल दूं,
मगर कंबख्त दिल भी तेरे पास था। 💔 😢
तुम्हारी दुनिया से जाने के बाद,
हम तुम्हें हर एक तारे में नज़र आया करेंगे।
तुम हर पल कोई दुआ माँग लेना,
और हम हर पल टूट जाया करेंगे। 😢 😢
जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ,
मेरी आँखें एक दस्तक दे देती हैं।
दुख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते हैं,
खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं। 😭😭
कोई चाँद से मोहब्बत करता है,
कोई सूरज से मोहब्बत करता है।
हम उनसे मोहब्बत करते हैं,
जो हमसे मोहब्बत करते हैं।
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,
सांसों में मेरी खुशबू बन के बिखर जाते हो।
कुछ यूँ चला है तेरे इश्क का जादू,
सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।
इश्क है वही जो हो एक तरफा,
इजहार है इश्क तो ख्वाईश बन जाती है।
है अगर इश्क तो आँखों में दिखाओ,
जुबां खोलने से ये नुमाइश बन जाती है।
वफ़ा के बदले बेवफाई ना दिया करो,
मेरी उम्मीद ठुकरा कर इंकार ना किया करो।
तेरी मोहब्बत में हम सब कुछ खो बैठे,
जान चली जायेगी, इम्तिहान ना लिया करो। 😭😭
खुशबू ने फूल को एक अहसास बनाया,
फूल ने बाग को कुछ खास बनाया।
चाहत ने मोहब्बत को एक प्यास बनाया,
और इस मोहब्बत ने एक और देवद।
Final Thought
In conclusion, matlabi shayari shows the problems of selfishness in relationships. This poetry helps us understand our feelings about love and sadness. Whether in short lines or longer words, Matlabi Shayari connects with anyone who has faced selfishness. It speaks to deep emotions and encourages us to think about our own experiences, making it a special type of poetry that many people feel.